आकाश की मौत ने यूपी की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दलित, पिछड़े और कमजोर वर्ग के लोगों के साथ होने वाले अत्याचारों पर अब और भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
मर्तक आकाश की पत्नी का बयान
फिरोज़ाबाद के दलित युवक आकाश की संदिग्ध मौत पर कोहराम मचा हुआ है। आकाश की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति की कोई गलती नहीं थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटा। उनका कहना है कि पुलिस वालों ने बे रहमी से मार कर आकाश की हत्या कर दी है।
घटना का स्पष्टीकरण
फिरोज़ाबाद में दलित युवक आकाश की मौत के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। इस घटना के बाद समाज में आक्रोश और दुख का माहौल है। लोग आक्रोशित हैं और जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन घटना के चश्मदीद की माने तो आकाश के शरीर पर चोट के निशान थे।
सोबरन सिंह नामक युवक ने बताया कि “ आकाश के शरीर पर चोट के निशान थे। ये 17 तारीख को एक आकाश जाटव नाम का हमारा भाई था। हेमाउपुर नगला पछिया का उसको 17 तारीख को पुलिस बे वजह उठाके ले जाती है जिसमे चौकी इचार्ज ओमकार यादव लेके जाते है और उसे पूछ्ताछ के नाम पर उसके साथ भारी मारपीट करते है और फिर घर वालो से 50,000 रूपये की मांग करते है की 50,000 रूपये दे दो तब तुम्हारे लड़के को हम छोड़ेंगे अन्यथा नहीं तो चोरी के इल्जाम में जेल भेज देंगे तो घर वाले गरीब स्तिथि के थे तो पैसा नहीं दे पाए तो फिर उस चौकी इंचार्ज और थानाध्यक्ष ने मिलकर इस लड़के को बहुत ही बुरी तरह से मारपीट की और इसको 2 दिन तक थाने में बंद रखा। 19 तारीख को इसको जेल भेजा। सोबरन सिंह ने कहा कहा की हमे लगता है की जेल में भी उसके साथ मारपीट हुई है, क्योंकि अभी जब बॉडी आई तो हमने आँखों से देखा है। उसकी नाक से अभी भी खून बह रहा है। पूरे शरीर पर चोट के निशान है। पूरा पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ है।
दरअसल, शुक्रवार की सुबह आकाश की मौत हो गई थी। इसके बाद। हुमायूँ पुर के इलाके के लोग मॉर्चरी के बाहर इकट्ठे हुए और नारेबाजी करते हुए पोस्टमॉर्टम पैनल के द्वारा किया जाने की मांग करने लगे और साथ ही थाना दक्षिण के इंचार्ज और सुहाग नगर चौकी इंचार्ज की गिरफ्तारी की मांग भी करने लगे। अपनी मांगों को लेकर सभी लोग मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। जैसे तैसे वहाँ तो मामला शांत कर लिया लेकिन रात तकरीबन 9:00 बजे जैसे ही आकाश का शव उसकी घर पर पहुंचा। तो लोग उत्तेजित हो गए ,और पुलिस पर पथराओ भी करना शुरु कर दिया पुलिस गडियो मे तोड़ फोड़ पुलिस वाले की बाइक में भी आ लगा दी ये बावल इतना बड़ा था की जिले की 8 थाने की फोर्स को मोके पर बुलाना पड़ा पुलिस ने लोगो को लाठियों से खदेड दिया मुश्किल से उपद्रब्या पर कबू पाया
चंद्रशेखर आजाद का बयान
आजाद समाज पार्टी के नेता और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका 19 तारीख अलीगढ़ वाला वीडियो तेजी से वॉयरल हो रहा है। और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “फिरोज़ाबाद में पुलिस ने आकाश जाटव को 19 तारीख को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया और 2 दिन बाद ही हिरासत में उसकी मृत्यु हो गई। घटना बेहद दुखद है। मैं फिरोज़ाबाद पुलिस से मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग करता हूँ। साथ ही यूपी सरकार से मृतक आकाश के परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग करता हूँ।”
चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गुंडों को खुली छूट मिल गई है और कमजोर वर्ग के लोगों का दमन हो रहा है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को भी आड़े हाथों लिया और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
फिरोजाबाद में पुलिस ने आकाश जाटव को 19 तारीख को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया और दो दिन बाद ही हिरासत में उसकी मृत्यु हो गई। घटना बेहद दुखद, मेरी संवेदनाएं परिजनों के साथ है। प्रकृति उन्हें ये असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 22, 2024
मैं @firozabadpolice से मामले की निष्पक्ष…
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ने भी अपने सोशल मिडिया X पर लिखते हुए कहा –
1. यू.पी. के फिरोजाबाद जिले में एक दलित कैदी की जेल में जिस प्रकार से जान ली गई। यह अति दुःखद। सरकार दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे तथा पीडि़त परिवार की पूरी मदद भी करे।
— Mayawati (@Mayawati) June 22, 2024
2. साथ ही इस घटना के विरूद्ध आवाज उठाने वाले निर्दोष लोगों को पुलिस तुरन्त छोड़े। और उन पर दायर केस भी वापिस लें। बी.एस.पी. की यह मांग।
— Mayawati (@Mayawati) June 22, 2024
प्रशासनिक कार्रवाई
घटना के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक आकाश के परिवार को मुआवजे के तौर पर 5 लाख का चेक सौंपा और उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके साथ ही पुलिस फोर्स की मौजूदगी में आकाश का अंतिम संस्कार करवाया गया।
इस घटना पर अब तक किसी भी अन्य विरोधी दल का कोई बयान नहीं आया है। यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या आकाश जाटव के लिए चंद्रशेखर आजाद फिरोज़ाबाद जाएंगे या नहीं। विरोधी दलों की खामोशी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
सरकार और प्रशासन को इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच कर आकाश के परिवार को न्याय दिलाना चाहिए।